ट्रांसफर होकर आए शिक्षकों को पैसे के लाले, सैलरी नहीं आने से फीकी रहेगी दुर्गा पूजा

एक ओर जहां दुर्गा पूजा का महापर्व शुरू हो चुका है वहीं दूसरी ओर बिहार के दरभंगा जिले के वैसे शिक्षक जो एक प्रखंड से दूसरे प्रखंड अथवा एक जिले से दूसरे जिले में ट्रांसफर होकर आए हैं, उन्हें वेतन के लाले पड़े हुए हैं। शिक्षा कार्यालय और ई शिक्षा कोश पर आवेदन देने के बावजूद इन्हें निराशा ही हाथ लगी है। बीएसटीए गोप गुट के जिला अध्यक्ष प्रमोद मंडल एवं प्रवक्ता धनंजय झा ने बताया कि निदेशालय से निर्गत आदेश भी यहां के अधिकारियों के लिए कोरा कागज ही साबित हो रहा है। नतीजा दुर्गा पूजा तक भी शिक्षकों को वेतन मिलेगा या नहीं, इस पर संशय बरकरार है।
उन्होंने कहा कि इतना जरूर होता है कि शिक्षक जब आक्रोशित होते हैं तो पत्र निकालकर विभाग खानापूर्ति कर लेता है। परेशान होकर शिक्षक जब प्रखंड कार्यालय जाते हैं उन्हें विपत्र जमा करने का सांत्वना देकर प्रखंड शिक्षा अधिकारी अपना पल्ला झाड़ ले रहे हैं।
झा ने आरोप लगाया कि शिक्षक अगर अपनी परेशानी लेकर स्थापना या प्रखंड कार्यालय जाते हैं तो वहां उन्हें फटकारकर भगा दिया जाता है। ऐसे में यह बड़ा प्रश्न है कि शिक्षक जाएं तो जाएं कहां। शिक्षक एक ओर जहां विभागीय रुख से परेशान हैं वहीं दूसरी ओर उनके जीवन यापन पर संकट मंडराया हुआ है। बच्चों की पढ़ाई, घर का राशन, बीमार परिजन की दवाई, ईएमआई आदि की व्यवस्था करने में ही उनके पसीने छूट रहे हैं।
पूरे प्रकरण पर बिहार स्टेट टीचर्स एसोसियेशन गोप गुट के जिलाध्यक्ष एवं प्रवक्ता ने बयान जारी करते हुए कहा है कि विभाग को शिक्षकों के मुद्दों पर संवेदनशील होना होगा। शिक्षकों के वेतन जैसे मुद्दों को उलझाए रखने से शिक्षकों का आक्रोश बढ़ रहा है। अगर जल्द इसका ठोस और स्थाई निराकरण नहीं होता है तो मजबूरन शिक्षक संघर्ष को बाध्य होंगे।
इस संबंध में डीईओ केएन सदा ने बताया कि हमारी पूरी टीम शिक्षकों के वेतन को लेकर दिन-रात काम कर रहा है। सभी मामलों को गंभीरता से निष्पादित किया जा रहा है। शिक्षकों के वेतन भुगतान को लेकर हम लोग गंभीर हैं।